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आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Remambrance and Tribute to the Victims of Terrorism)

 आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस  (International Day of Remembrance and Tribute to the Victims of Terrorism)




आज के युग में आतंकवाद पूरे विश्व के लिए एक चेतावनी बन चुका है ,एक आतंकवादी के लिए मानव मूल्य ,सिद्धांत और मानवाधिकार कोई मायने नहीं  रखते  और जो भी आतंकवाद से पीड़ित होता है वह इसके डर से पूरी जिंदगी उभर भी नहीं पाता ,यहाँ तक की वह अपने चारों तरफ के वातावरण  से अपने आप को अलग ही पाता है |

आतंकवाद से प्रभावित इन्हीं परिवारों के लिए आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है |

आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का कारण 

आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का कारण आतंकवाद से पीड़ितों के हकों तथा मनवाधिकारों  की रक्षा तथा पूरे विश्व का इकट्ठे होकर आतंकवाद पीड़ितों के साथ खड़े रहना है  |

नियुक्त दिन तथा कारण 

आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 21 अगस्त को हर वर्ष मनाया जाता है | 21 अगस्त  को चुनने का कारण यह है की , इसी दिन 2003 में इराक के बगदाद में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर आतंकवादी हमला हुआ था जिसमे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त सर्जियो विएरा डी मेलो के साथ 22 अन्य लोग मारे गए थे | 

पियरे डी कोबर्टिन का संक्षिप्त जीवन परिचय 

पियरे डी कोबर्टिन का जन्म 01 जनवरी 1863 को पेरिस में हुआ तथा इनकी मृत्यु 02 फरवरी 1937 में जिनेवा में हुई | पियरे डी कोबर्टिन एक शिक्षाशस्त्री तथा इतिहासकार थे | पियरे डी कोबर्टिन  1896 से 1925 तक अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थे |

आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना 

संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 20 दिसंबर 2017 को 72/165 के प्रस्ताव के तहत इस दिवस की स्थापना की गई |

FAQ आतंकवाद के पीड़ितों के स्मरण और श्रद्धांजली का अंतर्राष्ट्रीय दिवस के बारे में पूछे गए सवाल 

Q1. विश्व आतंकवाद के पीड़ितों के समरण का दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर :- 21 अगस्त को हर साल |





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